CBSE 10th Board: नए नियम और परीक्षा पैटर्न में बदलाव

सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा: नए पैटर्न और बदलाव

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं बोर्ड परीक्षा के नए पैटर्न का ड्राफ्ट तैयार कर चुका है, जिसमें परीक्षा प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और लचीला बनाने के लिए कई बड़े बदलाव किए गए हैं।

मुख्य बदलाव

  1. परीक्षा अवधि और गैप में कमी: प्रत्येक राउंड की परीक्षा की अवधि घटाई जाएगी और विषयों के बीच का गैप कम किया जाएगा।
  2. स्कोर सुधारने का अतिरिक्त अवसर: यदि कोई छात्र पहले राउंड में सभी पांच अनिवार्य विषयों में पास हो जाता है, लेकिन किसी विषय में बेहतर स्कोर हासिल करना चाहता है, तो वह अपनी पसंद के एक या अधिक विषयों की परीक्षा दोबारा दे सकता है।

दो चरणों में परीक्षा

  • 2025 परीक्षा शेड्यूल: 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं 15 फरवरी से 18 मार्च तक 32 दिनों में पूरी की जाएंगी, जिनमें 17 दिन परीक्षा होगी।
  • 2026 परीक्षा शेड्यूल: पहले राउंड की परीक्षा 15 फरवरी के आसपास शुरू होकर 8-10 मार्च तक खत्म होगी, जिससे परीक्षा की अवधि 7-10 दिन कम हो जाएगी। दूसरा राउंड मई में संभावित है।

बेस्ट स्कोर का विकल्प

दोनों राउंड के बाद प्रत्येक विषय में बेस्ट स्कोर को फाइनल रिजल्ट में शामिल किया जाएगा, जिससे छात्रों को अपनी परफॉर्मेंस सुधारने का बेहतर अवसर मिलेगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. 2025 में सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा के नए पैटर्न में क्या मुख्य बदलाव हैं?
    • मुख्य बदलावों में परीक्षा अवधि और गैप को कम करना, और छात्रों को स्कोर सुधारने का अतिरिक्त अवसर देना शामिल है।
  2. दो चरणों की परीक्षा प्रणाली से छात्रों को क्या लाभ होगा?
    • दो चरणों की प्रणाली छात्रों को दो राउंड में परीक्षा देने का अवसर देती है, जिससे वे अपने स्कोर में सुधार कर सकते हैं। इससे उनके फाइनल रिजल्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज होगा।
  3. दोनों राउंड के बेस्ट स्कोर को चुनने का क्या महत्व है?
    • दोनों राउंड के बेस्ट स्कोर को चुनने से छात्रों को यह सुनिश्चित करने का अवसर मिलता है कि उनका फाइनल रिजल्ट उनकी वास्तविक क्षमताओं को प्रतिबिंबित करता है, जिससे उन्हें अपने अकादमिक प्रदर्शन को सही तरीके से प्रदर्शित करने का मौका मिलता है।
See also  केदारनाथ यात्रा 2025: जानें कब से खुलेगा धाम और कैसे करें दर्शन!

Leave a Comment