भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटर की बढ़ती लोकप्रियता
भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटर की मांग तेजी से बढ़ रही है। महाराष्ट्र में इन वाहनों की बिक्री सबसे अधिक है। यह हरित परिवर्तन की ओर एक मजबूत संकेत है। इलेक्ट्रिक स्कूटर की driving range में सुधार हो रहा है। इसलिए लोग बड़ी संख्या में इनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं।
सिंपल वन EV स्कूटर – लंबी दूरी का साथी
सिंपल इलेक्ट्रिक का Simple One इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार में नई संभावनाएं पेश करता है। इस स्कूटर की range 248 किलोमीटर है। यह इसे daily usage के लिए उपयुक्त बनाता है। इसमें 5 kWh की बैटरी लगी है। यह इलेक्ट्रिक स्कूटर लंबी दूरी तय कर सकता है। साथ ही यह अपनी उच्च speed और quick acceleration के लिए भी जाना जाता है।
ओला S1 Pro+ स्कूटर – प्रीमियम प्रदर्शन
ओला इलेक्ट्रिक का S1 Pro+ मॉडल बाजार में बेहद लोकप्रिय है। इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की range 320 किलोमीटर है। यह इसे लंबी यात्राओं के लिए आदर्श बनाता है। इसमें ABS technology और fast charging जैसी सुविधाएँ हैं। ये विशेषताएँ इस स्कूटर को प्रतिस्पर्धी बाजार में विशिष्ट बनाती हैं।
एथर Rizta – किफायती विकल्प
एथर एनर्जी का Rizta मॉडल 160 किलोमीटर की range प्रदान करता है। यह इलेक्ट्रिक स्कूटर उन ग्राहकों के लिए आकर्षक है जो कम कीमत में अधिक चाहते हैं। इसका डिजाइन आधुनिक है। इस स्कूटर में large boot space भी मिलता है। ये दोनों विशेषताएँ इसे खरीदने का प्रमुख कारण हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए भारत में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर कैसा है?
भारत में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से विकसित हो रहा है। बड़े शहरों में कई charging stations स्थापित हो चुके हैं। सरकार ने भी इस दिशा में कई पहल की हैं। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में इसका विकास अभी जारी है।
क्या इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने पर सब्सिडी मिलती है?
हां, इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी मिलती है। भारत सरकार FAME II scheme के अंतर्गत सब्सिडी देती है। कई राज्य सरकारें भी अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान करती हैं। यह सब्सिडी वाहन की कीमत और बैटरी क्षमता पर निर्भर करती है।
इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी की लाइफ कितनी होती है?
इलेक्ट्रिक स्कूटर की lithium-ion battery 3-5 साल तक चलती है। इसे 1000-1500 charging cycles तक इस्तेमाल किया जा सकता है। बैटरी की उम्र उपयोग के तरीके पर निर्भर करती है। चार्जिंग पैटर्न और मौसम की स्थिति भी इसे प्रभावित करते हैं।