झारखंड में किशोरियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना
झारखंड सरकार ने किशोरियों की शिक्षा को बढ़ावा देने और महिला सशक्तिकरण के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना शुरू की है। इस योजना के तहत कक्षा 8 से 12 तक की छात्राओं को विभिन्न किस्तों में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें शिक्षा पूरी करने में मदद मिल सके। जब छात्राएं 18-19 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेती हैं, तो उन्हें एक मुश्त ₹20,000 की राशि दी जाती है।
योजना की मुख्य विशेषताएं
- पात्रता: आवेदक छात्रा का झारखंड की निवासी होना आवश्यक है। उनके माता-पिता सरकारी कर्मचारी नहीं होने चाहिए।
- लाभार्थी: वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस योजना से लगभग 7.35 लाख से अधिक छात्राएं लाभान्वित हुई हैं।
- कक्षा-वार लाभार्थी:
- कक्षा 8: 1,61,050 से अधिक छात्राएं
- कक्षा 9: 1,55,777 से अधिक छात्राएं
- कक्षा 10: 1,53,718 से अधिक छात्राएं
- कक्षा 11: 1,08,062 से अधिक छात्राएं
- कक्षा 12: 95,920 से अधिक छात्राएं
- 18-19 वर्ष: 61,332 से अधिक छात्राएं
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य किशोरियों की शिक्षा को बढ़ावा देना, लिंग समानता को प्रोत्साहित करना और बाल विवाह को रोकना है।
- इस योजना के लिए कौन पात्र है?
- झारखंड की निवासी कक्षा 8 से 12 तक की छात्राएं पात्र हैं। उनके माता-पिता सरकारी कर्मचारी नहीं होने चाहिए।
- इस योजना के तहत आर्थिक सहायता कैसे प्रदान की जाती है?
- सहायता विभिन्न किस्तों में दी जाती है, जिसमें कुल ₹40,000 होता है। इसके अलावा, 18-19 वर्ष की आयु पर एक मुश्त ₹20,000 की राशि दी जाती है।