Sultanpur Surya Sakhi: सुलतानपुर की महिलाएं अब बनेंगी ‘सूर्य सखी’, जानें किसे मिलेगा मौका और क्या होगा काम
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में एक नई पहल शुरू की गई है, जिसे ‘सूर्य सखी’ कहा जाएगा। बीसी सखी और ड्रोन दीदी के बाद अब यह कार्यक्रम महिलाओं को सोलर पैनल्स के रख-रखाव की जिम्मेदारी सौंपेगा। इस पहल में 979 महिलाओं का चयन किया जाएगा, जिन्हें सोलर लाइट्स की देखभाल करने का काम मिलेगा। चयनित महिलाएं ब्लॉक स्तर पर काम करेंगी और उन्हें इसके लिए वेतन भी मिलेगा। आइए जानते हैं इस प्रक्रिया में कौन-कौन सी महिलाएं पात्र होंगी और उनका कार्य क्या रहेगा।
चयन प्रक्रिया और योग्यताएं
सुलतानपुर के प्रत्येक ग्राम सभा से एक महिला का चयन किया जाएगा, और चयन की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। इस पहल के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं को राज्य आजीविका मिशन के तहत कुछ महत्वपूर्ण शर्तों को पूरा करना होगा, जैसे कि 18 से 45 वर्ष की आयु, हाईस्कूल पास और एंड्रॉयड फोन का होना। इसके अलावा, उम्मीदवार को संवाद करने में सक्षम होना चाहिए और वह किसी अन्य कैडर जैसे बीसी सखी, आजीविका सखी में काम न कर रही हो।
कहां करें संपर्क
पात्र महिलाएं सुलतानपुर विकास भवन स्थित एनआरएलएम कार्यालय पर संपर्क कर सकती हैं या अपने स्थानीय कोऑर्डिनेटर से जानकारी प्राप्त कर सकती हैं। चयनित सूर्य सखियों को सोलर पैनल और लाइट के रखरखाव के लिए 2.5 प्रतिशत कमीशन भी मिलेगा।
FAQs:
- सूर्य सखी बनने के लिए कौन सी योग्यताएं जरूरी हैं?
सूर्य सखी बनने के लिए उम्मीदवार को 18 से 45 साल की उम्र, हाईस्कूल पास और एंड्रॉयड फोन होना चाहिए। साथ ही, वह बीसी सखी या आजीविका सखी के तौर पर काम नहीं कर रही होनी चाहिए। - सूर्य सखी बनने के लिए आवेदन कहां करना होगा?
सुलतानपुर के विकास भवन स्थित एनआरएलएम कार्यालय पर या अपने स्थानीय कोऑर्डिनेटर से संपर्क करके आवेदन किया जा सकता है। - सूर्य सखी को कौन सा काम सौंपा जाएगा?
सूर्य सखी को सोलर लाइट्स और सोलर पैनल्स का रखरखाव करना होगा, साथ ही उन्हें इसके लिए वेतन और 2.5 प्रतिशत कमीशन भी मिलेगा।