अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे निर्माण कार्य की समीक्षा के लिए अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के नेतृत्व में दो दिन की बैठक हो रही है। बैठक के दूसरे दिन, नृपेंद्र मिश्र ने महत्वपूर्ण फैसलों की घोषणा की, जिसमें दर्शन और निकासी मार्ग में सुधार की योजना शामिल है।
महत्वपूर्ण निर्णय
मिश्र ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए जूते-चप्पल रखने की व्यवस्था की जाएगी, जिससे दर्शन में सुविधा हो सके। एंट्री और एग्जिट के रास्तों में बदलाव किया जाएगा ताकि अधिक लोग आराम से दर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे मेले की भीड़ कम होगी, पहले तुलसीदास जी की मूर्ति स्थापित की जाएगी।
निर्माण कार्य की प्रगति
राम जन्मभूमि परिसर के 11 नंबर गेट पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, जबकि नंबर 3 गेट पर काम रुका हुआ है क्योंकि श्रद्धालु अभी भी उसी रास्ते से बाहर जा रहे हैं। निर्माण समिति ने महाकुंभ के दौरान उमड़ी भीड़ को ध्यान में रखते हुए दर्शन व्यवस्था को नया रूप देने का निर्णय लिया है।
समयसीमा का अपडेट
नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि मार्च में राम मंदिर का निर्माण पूरा होने की योजना थी, लेकिन अब यह जून तक पूरा होगा। परकोटे का काम सितंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। शिवलिंग की स्थापना मार्च में पूरी होगी और राम दरबार की मूर्ति की अंतिम जांच 26 फरवरी को जयपुर में होगी। यदि अनुमति मिलती है, तो राम दरबार की मूर्ति को मार्च तक अयोध्या लाने का प्रयास किया जाएगा।
FAQs
- राम जन्मभूमि परिसर में कौन से नए फैसले लिए गए हैं?
- श्रद्धालुओं के लिए जूते-चप्पल रखने की व्यवस्था और एंट्री-एग्जिट मार्ग में सुधार किया जाएगा।
- राम मंदिर का निर्माण कब तक पूरा होगा?
- राम मंदिर का निर्माण अब जून 2025 तक पूरा होने की योजना है।
- कब होगी राम दरबार की मूर्ति की अंतिम जांच?
- राम दरबार की मूर्ति की अंतिम जांच 26 फरवरी को जयपुर में होगी।