Z श्रेणी सुरक्षा किसे मिलती है? जानें इसके नियम और मौजूदा VIP लिस्ट

Z श्रेणी सुरक्षा – क्या है, कौन पाता है, और रेखा गुप्ता को क्यों मिली?

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को हाल ही में Z श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। यह सुरक्षा केवल उन व्यक्तियों को दी जाती है, जिन्हें गंभीर सुरक्षा खतरा होता है। आइए जानते हैं Z श्रेणी की सुरक्षा से जुड़ी सभी अहम जानकारियाँ।


Z श्रेणी सुरक्षा क्या होती है?

Z श्रेणी सुरक्षा उच्च स्तरीय वीआईपी सुरक्षा है, जिसमें 22 प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। इसमें:
4-6 NSG कमांडो
CRPF, ITBP या दिल्ली पुलिस के सुरक्षाकर्मी
हथियारों से लैस सुरक्षा वाहन और एस्कॉर्ट टीम

यह सुरक्षा मुख्य रूप से राजनेताओं, उद्योगपतियों, अभिनेताओं और धार्मिक नेताओं को दी जाती है।


Z श्रेणी सुरक्षा किसे दी जाती है?

इस सुरक्षा का लाभ उन्हीं लोगों को मिलता है, जिनकी जान को गंभीर खतरा होता है। कुछ प्रमुख हस्तियाँ जिन्हें यह सुरक्षा मिली है:

🔹 राजनेता – मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद
🔹 फिल्मी हस्तियाँ – आमिर खान, कंगना रनौत
🔹 उद्योगपति – मुकेश अंबानी, गौतम अडानी
🔹 धार्मिक नेता – बाबा रामदेव, दलाई लामा


Z श्रेणी सुरक्षा का खर्च कौन उठाता है?

इस सुरक्षा में सुरक्षाकर्मी और वाहन शामिल होते हैं, जिसका खर्च आमतौर पर राज्य सरकार या केंद्र सरकार उठाती है। यदि कोई निजी व्यक्ति इसे लेना चाहता है, तो उसे खुद इसका भुगतान करना पड़ता है।


वर्तमान में किन लोगों के पास Z श्रेणी सुरक्षा है?

🛡️ बाबा रामदेव
🛡️ आमिर खान
🛡️ केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान
🛡️ दलाई लामा
🛡️ अब दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता

सरकार समय-समय पर सुरक्षा खतरे का आकलन करती है और ज़रूरत के हिसाब से सुरक्षा स्तर बढ़ाया या घटाया जाता है।

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📌 FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1: Z श्रेणी की सुरक्षा में कितने सुरक्षाकर्मी होते हैं?
➡️ Z श्रेणी में 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं, जिनमें NSG कमांडो और पुलिस बल शामिल होते हैं।

Q2: क्या सभी मुख्यमंत्रियों को Z श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है?
➡️ हां, अधिकांश मुख्यमंत्रियों को यह सुरक्षा दी जाती है, लेकिन यह उनके खतरे के स्तर पर निर्भर करता है।

Q3: क्या कोई आम नागरिक Z श्रेणी सुरक्षा ले सकता है?
➡️ हां, लेकिन इसके लिए व्यक्ति को खतरे का प्रमाण देना होगा और उसका खर्च खुद उठाना होगा।

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